🌧️ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। कई गांवों में जलभराव और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे लोगों की आवाजाही और सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ा है। प्रशासन ने एहतियातन 1 से 3 सितंबर तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया है।
🚧 कई राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर रास्ते बंद हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों का संपर्क मुख्य नगरों से टूट गया है। बिजली और पेयजल आपूर्ति बाधित है, और बहाली के प्रयास जारी हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, हिमाचल में 1,155 से अधिक सड़कें बंद हैं, जिनमें कांगड़ा की 60 सड़कें शामिल हैं।
🛑 प्रशासन ने नदी-नालों के किनारे जाने पर रोक लगाई है और मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
🚨 राहत और बचाव दल सक्रिय हैं, जो प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। भूस्खलन की आशंका को देखते हुए कई घरों को खाली कराया गया है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में जमीन अस्थिर बनी हुई है, जिससे आगे और भूस्खलन की संभावना बनी हुई है।

📝 मुख्य तथ्य संक्षेप में:
- भारी बारिश से कांगड़ा में जलभराव और भूस्खलन
- 3 सितंबर तक स्कूल-कॉलेज बंद
- 60 से अधिक सड़कें बाधित, बिजली-पानी की आपूर्ति प्रभावित
- ऑरेंज अलर्ट जारी, राहत कार्य जारी
